पूजा कक्ष ध्यान और प्रार्थना के लिए एक पवित्र स्थान माना जाता है इसलिए इसका साफ और सुन्दर होना भी आवश्यक है ।आप इसे अपने आतंरिक डिजाइनर की सहायता से रचनात्मक बना सकते हैं जिससे इसके एक अनूठी पहचान हो जो इसे घर के बाकी हिस्से से अलग लगे । यदि आपके पास पूजा कक्ष को सुशोभित करने के लिए दीवार में सामने वाले चित्र या अलौकिक छतें जोड़ने के लिए जगह के कमी है, तो आपकी रचनात्मकता को व्यक्त करने के लिए आकर्षक दरवाज़े का भी उपयोग कर सकते हैं जैसे के इन उदाहरणों में प्रस्तुत किया गया है ।
इस विचार पुस्तक में, हम 10 पूजा कक्ष के द्वार पेश करते हैं जो आपको इन डिजाइन को अपना कर अपने घर में कुछ नवीन बनाने के लिए प्रेरणा देगा।
गहरे रंग की लकड़ी पर चमकीले धातु के टुकड़ो से सजाने के कारण पूजा कमरे की सादे लकड़ी के दरवाज़े एक शाही आ गया है जो क्षेत्र में पारंपरिक सुंदरता को जोड़ने के अलावा घर के वैभव की भी प्रदर्शन करता है।
एक पूरी लकड़ी का दरवाज़ा बनाने के बजाय उसे एक आधुनिक रूप देने के लिए घर में नक्काशीदार लकड़ी और कांच का संयोजन करने से अच्छा लगता है। कांच के इस्तेमाल से पूजा स्थल में प्राकृतिक प्रकाश भी अंदर प्रवेश करता है और धूल भी दूर रखने के काम आता है ।
पूजा कक्ष संभवतः एकमात्र स्थान है जो परंपरागत तत्वों को बरकरार रखता है, इसलिए इसे घर के बाकी हिस्सों के साथ मिला कर इसके डिजाइन को आदित्य रखना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इस स्टाइलिश घर में क्लासिक पैनल वाला लकड़ी का दरवाजा पूजा कक्ष के लिए उपयोग किया जा सकता था । पर यहाँ द्वार के प्रत्येक छोटे फ़्रेम देवी, देवताओं, संतों और पवित्र प्रतीकों की छवियों के साथ उज्ज्वल पीले रंग की पृस्ठभूमि देकर ऐसे चित्रित किये गए है, जिससे यह धार्मिक चित्रकारी की एक लघु प्रदर्शन स्थान जैसा दिखता है।
जब पूजा कक्ष वाले कमरे को घर के एक कोने में एक छोटे से अवकाश में बनाया गया है ताकि वो बाकि हिस्सों से दूर रहे और आप उस क्षेत्र को बंद रखना चाहते है जब उपयोग में नहीं हैं तो इस तरह का द्वार बनवा सकते हैं। इस तरह के दो या तीन टुकड़ो या पाटो जैसे एॉर्डियन शैली के ये तह दरवाजे एक अंतरिक्ष-बचत समाधान हैं क्योंकि वे ज्यादा विस्तार नहीं चाहते और छोटे क्षेत्र में समां जाते हैं।
इस तरह सौंदर्य से सज्जित गिलास पर पहली नज़र पड़ते ही मन मोह लेता है । पूजा घर के अंदर माध्यम रौशनी का बल्ब अगर जलता रहे तो तो यह रंगीन कांच का दरवाज़ा जिसमे सजा मोर एक उत्कृष्ट नक्काशी का उदाहरण लकड़ी के फ़्रेम में जड़ित है और उजागर हो जाता है।
करीब निरीक्षण पर, यह दरवाजा ही है जो बाकी के घर से पूजा क्षेत्र को छुपाता है। अभिनव, है ना ?!
इस समकालीन घर में, पूजा कक्ष एक छोटे से कोने वाले अलमारी में है और उसके पास घर के बाकी हिस्सों के दीवारों से मेल खाने के लिए सफेद एमडीएफ बोर्ड के दरवाजे हैं। यह एक आधुनिक 3 डी दीवार पैनल के साथ बनाया हुआ द्वार है जिसमे परिपत्र सुराखों के साथ एक हिस्सा जिससे पूजा कक्ष की झलकियां पेश की जाती हैं, जबकि अन्य द्वार की सतह में परिपत्र पैटर्न हैं पर उनमे सुराख़ नहीं हैं ।
ग्लास पर निकृंत छाप जो लकड़ी के फ्रेम में सजी है इस तरह पूजा घर की दरवाज़े की शोभा बढाती है । यह कलात्मक और सुरुचिपूर्ण तरीके से तैयार किए गए रंगीन कांच के पैनलों पर भगवान गणेश की खूबसूरत तसवीर वाली प्रतिमाएं इस पूजा कक्ष के दरवाजे में चार चाँद लगाते हैं।
इस घर में रसोई घर के पास कांच के बाड़े में पूजा कक्ष बनाया गया है। ये कांच के दरवाजे डिजाइन की आधुनिकता के अनुरूप हैं और इन्हे धब्बा-मुक्त रखने के लिए हरदिन सफाई की ज़रुरत होती है।
भारत के अधिकांश मंदिरों के दीवार और दरवाज़ों पर जटिलता से किये हुए नक्काशी इसके अंतरिक्ष की सुंदरता को बढ़ाते हैं। इधर भी सुंदर नक्काशी के साथ दस्तकारी लकड़ी के दरवाजों को लगाकर आप अपने पूजा कक्ष में पारम्परिक मंदिर की सुंदरता का आनंद उठा सकते हैं।
जब पूजा कक्ष एक छोटे से अंतरिक्ष में होता है जहा द्वार खोलने और बंद करने का स्थान न हो वहां सरकने वाले या स्लाइडिंग दरवाजे एक अच्छा विकल्प हैं। दरवाजे के सफेद स्लाइडिंग पैनलों पर प्यारी पीतल की लकड़ी की लकड़ी की सीमाएं क्षेत्र के में आकर्षक पारंपरिक स्पर्श देती हैं।
पूजा कक्षों के सजाने पर अधिक विचारों के लिए इस विचार पुस्तक को आजमाएं ।