दिल्ली शहर के उपनगर छत्तरपुर में स्थित ऐसी वास्तुकला के चमत्कार से इस विचार पुस्तक में अवगत कराएँगे जो एशियाई तटीय शिल्पकला और प्राच्य सुंदरता का ख़ूबसूरत मिश्रण को प्रदर्शित करता है। ये घर व्यावहारिक जीवन के लिए एक आधुनिक समकालीन तरीके से परिभाषित किया गया है जैसे कि आसान रखरखाव, सजीला अनन्त डिजाइन, अंदरूनी और बाहरी हिस्सों का संतुलन, हरियाली भरी सज्जा और टिकाऊ डिजाइन।
इस घर को दिल्ली के आतंरिक सज्जाकार मोनिका खन्ना द्वारा डिजाइन किया गहा है जो ग्राम्य शैली का भी प्रतीक है। घर का आतंरिक हिस्सा समकालीन और आकर्षक है जिसमे कांच के दरवाजे, खिड़कियां और छत के माध्यम से पर्याप्त धूप प्राप्त है। घर के अंदर और बाहर हिस्सों में लकड़ी और पत्थर के तत्व सुखदायक खिंचाव देते हैं, जबकि रात की हलकी रोशनी आरामदायक वातावरण बनाती है। इस विशाल घर का हमारे साथ भ्रमण करें और अपने नए घर के सजावट के लिए विचारों को अपने साथ ले जाएँ।
इस घर की यात्रा शुरू करने के लिए प्रवेश द्वार के हॉल से निकलते हुए अंदर के और चलते हैं। हरे भरे लॉन के बीच बने पत्थरो के पथ पर चलकर एक ख़ूबसूरत गहरे रंग की लकड़ी की बालकनी में कदम रखते हैं जो नहाने के बड़े पूल के बगल में है। लॉन से प्रतीक्षा गैलरी तक पहुंचने वाली सीढ़ियों के आसपास फूलों के गमले बहुत आकर्षक लग रही है।
घर के किनारे का हिस्सा पीछे के आँगन के ओर खुलता है जिसमे एक बड़ी कांच की दीवार है। यह छोटे से बगीचे द्वारा प्रकृति को आकर्षित करके कमरे के वायुमंडल को बदलने के कोशिश की गयी है ताकि खिड़की-दरवाज़े खोलते ही फेफड़ों में ताज़ी हवा के आगमन हो।
आरामदायक सोफे और कुर्सियों से सजे इस बैठक के लकड़ी के फर्श की शोभा में रंगीन हस्तनिर्मित कालीन का सुंदर डिजाइन चार चाँद लगाती है। मेहमान इस आधुनिक बैठक कमरे से बाहर निकलना नहीं चाहेंगे क्योकि कांच के दीवार से बाहर के बगीचे का नज़ारा साफ़ नज़र आता है। लकड़ी और कांच से बने कमरे के ऊँचे छत पर पंखा भी लकड़ी का बना है। है न अनोखी सजावट।
यह खूबसूरती से डिज़ाइन किया गया बाथरूम दीवारों के बजाय बड़े दर्पण का उपयोग करता है जो एक छोटे बगीचे से इसे अलग करता है। खूबसूरती से सजाया गए बाथरूम में गहरे रंगो के उपयोग के साथ सुंदर संगमरमर के काउंटर शीर्ष और दीवार लैंप शानदार आभूषण की तरह इस्तेमाल किया गया है।
लकड़ी का यह टेबल अपने प्राकृतिक रूप और आकार में होने के कारन आकर्षक और आरामदेह भी है। इस घर के ग्राम्य शैली को बनाए रखने के लिए जूट के रस्सियों से लटकनेवाले लैम्पशेड को सजाया गया है। In सजवावतो के इलावा लकड़ी पर नक्काशी, सुंदर नमूनों के कुशन, छोटा लकड़ी का डेस्क पेड़ के साथ गमले इत्यादि इस ग्राम्य शैली भोजन कमरे की शोभा को और बढ़ावा देते है।
घर के खाली आंगन के किनारे सीलोन चाय के कोने की व्यवस्था करें। एक लंबी लकड़ी की सीट पर सुंदर नमूनों के कुशन डाल कर छोटा लकड़ी का टेबल से यह कोने का स्थल को यहाँ सजाएँ जो बगीचे से सटे पेड़ के निचे है। धूप सेंकने और ठंडी हवा के लिए उपयुक्त है ये कोना ।
आँगन से बैठक के उस हिस्से में प्रवेश करते हैं, जो बगीचे क्षेत्र के सामने है। निर्बाध प्रकाश छोटे सोफे, देहाती भूरे रंग के फर्श और कॉफी टेबल के साथ आरामदायक विश्राम केंद्र का निर्माण किया गया है। लकड़ी की कुर्सियों का जमघट छत के पंखे की तरह विचारशील और चतुर डिजाइन का परिणाम है।
घर का स्पा कक्ष वो शांत और निजी स्थल है जहाँ आपका कायाकल्प होता है इसलिए ये स्थान स्वच्छ होना चाहिए। कमरे में लकडी का स्पा बिस्तर एक लंबी मेज की तरह एक चमड़े की सीट के साथ फैला है और उसके नीचे भंडारण के लिए जगह है। कांच की बड़ी खिड़कियों को गोपनीयता के लिए जब चाहे बंद कर सकते हैं।
सीमित स्थान के बावजूद कमरों के बीच छोटे पौधों के साथ बागवानी करके एक विश्राम करने के लिए हरियाली भरा स्थल बना है। बेंत की कुर्सियां और तकिया रख कर पुस्तक के साथ सर्दी की धुप का आनंद लें और गर्मी में हरियाली का। किताब के साथ में मौसम के उचित पेय लेना न भूलना ।
हर बड़े शयनकक्ष में इस तरह का बड़ा लाल मखमल सोफे का उपयोग किया गया है। बिस्तर और बैठक के बीच हाथ से बुने हुए कालीनों के साथ आरामदायक माहौल जोड़ें और पढ़ने या काम करने के लिए उपयोग करें।
यह कमरा पढ़ने और ग्रह कार्यालय के लिए उपयुक्त है जहाँ बड़ी कुर्सी को बैठने और टेबल लिखने के सामान रखने के लिए काम आता है। कमरे में आधुनिकता को जोड़ने के लिए कांच की बड़ी खिड़की हैं जो इसे दिन भर बिना कृत्रिम रौशनी के भी रोशन रहता हैं।
ये कमरा बैठने और साथ में टीवी देखने के लिए अतिउत्तम है क्योको दोनों तरफ गहरे रंग की दीवारें और फर्नीचर हैं जिनसे स्टैंसिल लैंप और बाकि सज्जा जोड़ कर कमरे को खूबसूरती से आकर्षक बना दिया गया है।
ये घर पसंद आया ? इस तरह का एक और आलीशान घर इस विचार पुस्तक में देखें ।